Fair Sefty Officer: राज्य सरकार द्वारा फायर सेफ्टी ऑफिसर एवं फायर सेफ्टी कर्मचारियों के रिक्त पदों को भरकर बेरोजगार युवाओं को शानदार रोजगार देने की योजना बनाई जा रही है इसके तहत अग्निशमन विभाग में युवाओं को ट्रेनिंग एवं प्राइवेट संस्थानों में दो लाख पदों पर नौकरी दी जाएगी जिससे बेरोजगार युवाओं को एक अच्छा रोजगार एवं प्रदेश में अग्नि सुरक्षा मजबूत होगी एवं किसी भी प्रकार की आग लगने पर उस पर तुरंत काबू पा लिया जाएगा एवं अधिक जन हानि एवं धन हानि होने से बचा जा सकेगा।
केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए फायर सर्विस बल 2019 के अनुसार यूपी सरकार द्वारा फायर सेफ्टी को लेकर अधिक जागरूक हुई हैं ताकि राज्य का पहला फायर सेफ्टी जागरुक एवं कानून अग्निशमन और आवास सेवा अधिनियम 2022 के अनुसार सभी निजी बिल्डिंग में ट्रेड हायर सेफ्टी अफसर और स्टाफ रखना जरूर किया गया है।
Fair Sefty Officer सरकार की नई पहल
फायर सेफ्टी ऑफिसर के रिक्त पदों को भरने के लिए युवाओं को बेहतर प्रशिक्षण देकर उन्नत स्थिति में फायर ट्रेनिंग सेंटर की क्षमता को बढ़ाया जाएगा इसकी क्षमता राज्य में पहले 109 थी अब इसको बढ़ाकर की जा रही है रीजनल ट्रेंनिंग सेंटर की स्थापना के अनुसार जिससे आम नागरिकों कंपनियां संस्थाओं के कर्मचारियों और उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा और युवाओं को रोजगार देकर आत्मनिर्भर पर फायर सेफ्टी के क्षेत्र में नई क्रांति के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।
Fair Sefty Officer
कौन बन सकता है Fair Sefty Officer
फायर सेफ्टी ऑफिसर एवं कर्मचारी बनने के लिए उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष से अधिक एवं किसी फायर स्टेशन से एक सप्ताह का अनिवार्य प्रशिक्षण लिया हुआ होना चाहिए अग्नि सुरक्षा कर्मचारियों के तहत महिला एवं पुरुष दोनों उम्मीदवारों को रोजगार का अवसर प्रदान किया जा रहा है किसी मान्यता प्राप्त संस्थान या बोर्ड से दसवीं कक्षा एवं 4 वर्ष का अनिवार्य प्रशिक्षण प्राप्त किया हुआ होना चाहिए उसके बाद आपका 2 वर्षों का फायर वांटेड ईयर के रूप में रजिस्ट्रेशन होगा।
इन पदों पर आपका चयन होने के बाद निम्नलिखित जिम्मेदारी निभानी होगी:-
कैसे होगा चयन
फायर सेफ्टी ऑफिसर पदों पर उम्मीदवारों का चयन 10वीं 12वीं कक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर किया जाएगा उसके बाद अग्निशमन और बचाव कार्यों की बुनियादी एवं किसी भी फायर स्टेशन पर 11 सप्ताह तक प्रशिक्षण देकर चयन किया जाएगा फायर सेफ्टी कर्मचारियों के रूप में शारीरिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए।







